Thalassemia थैलेसीमिया

HB IN BLOOD

थैलेसीमिया एक आनुवंशिक रक्त विकार है जिसमें शरीर सामान्य से कम हीमोग्लोबिन का उत्पादन करता है। हीमोग्लोबिन रक्त में ऑक्सीजन को कोशिकाओं तक पहुंचाने में मदद करता है, और इसके निम्न स्तर के कारण थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों में अक्सर एनीमिया के लक्षण दिखाई देते हैं। यह रोग माता-पिता से बच्चों में अनुवांशिक रूप से स्थानांतरित होता है।

लक्षण

थैलेसीमिया के लक्षण अक्सर जन्म के कुछ समय बाद या बचपन में दिखाई देते हैं:

  • अत्यधिक थकान और कमजोरी
  • त्वचा और आंखों का पीलापन (पीलिया)
  • हड्डियों का असामान्य विकास, विशेष रूप से चेहरे की हड्डियों में
  • पेट में सूजन
  • विकास में कमी और देरी
  • बार-बार संक्रमण होना

उपचार

थैलेसीमिया का कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन इसके लक्षणों को प्रबंधित करने के लिए विभिन्न उपचार विकल्प हैं:

  • रक्त संचारण: थैलेसीमिया मेजर के रोगियों को नियमित रूप से रक्त संचारण की आवश्यकता होती है।
  • आयरन चिलेशन थेरेपी (Iron Chelation Therapy): बार-बार रक्त संचारण के कारण शरीर में अतिरिक्त आयरन जमा हो सकता है, जिसे नियंत्रित करने के लिए दवाओं का उपयोग किया जाता है।
  • बोन मैरो ट्रांसप्लांट (अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण): कुछ मामलों में यह उपचार थैलेसीमिया का स्थायी समाधान हो सकता है।
  • फोलिक एसिड सप्लीमेंट: लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में सहायक होते हैं और उन्हें मजबूत बनाए रखते हैं।

थैलेसीमिया से प्रभावित बच्चे सही उपचार और देखभाल के साथ स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। नियमित चिकित्सकीय परामर्श, पोषण संबंधी देखभाल, और संक्रमण से बचाव के उपाय अपनाने से उनके स्वास्थ्य में सुधार होता है। परिवार को इसके लिए मानसिक और भावनात्मक समर्थन की भी आवश्यकता होती है।

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Dr Shivraj Singh

थैलेसीमिया एक आनुवांशिक रक्त विकार है जिसमें बच्चों के शरीर में हीमोग्लोबिन का उत्पादन कम होता है, जिससे गंभीर एनीमिया हो सकता है। समय पर उपचार और नियमित रक्त संचारण से बच्चों का स्वास्थ्य बेहतर बनाए रखा जा सकता है,

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