NEOUROLOGICAL DISORDERS IN CHILDREN
बच्चों में न्यूरोलॉजिकल विकारों में ऑटिज्म, ADHD, मिर्गी, सेरेब्रल पाल्सी और मस्कुलर डिस्ट्रॉफी शामिल हैं, जो विकास, व्यवहार और कार्यप्रणाली को प्रभावित करते हैं। अन्य स्थितियों में फ्रेजाइल एक्स सिंड्रोम, रेट सिंड्रोम और सिर की चोटें भी शामिल हैं। निदान में अक्सर क्लिनिकल मूल्यांकन और इमेजिंग शामिल होते हैं, और उपचार में दवा, थेरेपी और सर्जरी शामिल हैं। बेहतर परिणामों के लिए प्रारंभिक हस्तक्षेप महत्वपूर्ण है।
IMPORTANCE OF EARLY DIAGNOSIS AND INTERVENTION
प्रारंभिक निदान और हस्तक्षेप बच्चों में न्यूरोलॉजिकल विकारों के उपचार में महत्वपूर्ण हैं। वे विकास और कार्यप्रणाली में सुधार कर सकते हैं, गंभीरता को कम कर सकते हैं और बच्चों को अपनी पूरी क्षमता तक पहुंचने में मदद कर सकते हैं। शीघ्र उपचार से बेहतर दीर्घकालिक परिणाम मिलते हैं।