स्कारलेट फीवर (लाल बुख़ार) :- कारण, लक्षण और बचाव

स्कारलेट फीवर (Scarlet Fever) एक संक्रामक बैक्टीरियल संक्रमण है, जो मुख्य रूप से बच्चों को प्रभावित करता है। यह ग्रुप ए स्ट्रेप्टोकोकसबैक्टीरिया के कारण होता है, जो गले में संक्रमण के साथ शरीर पर लाल चकत्ते (रैश) उत्पन्न करता है। यदि समय पर उपचार न किया जाए, तो यह गंभीर जटिलताएँ पैदा कर सकता है
स्कारलेट फीवर के लक्षण -
तेज़ बुखार – 101°F या उससे अधिक तापमान हो सकता है।
गले में खराश – टॉन्सिल में सूजन और दर्द महसूस होता है।
लाल चकत्ते (रैश) – पूरे शरीर पर छोटे लाल दाने विकसित होते हैं।
जीभ का लाल होना (स्ट्रॉबेरी टंग) – जीभ लाल और सूजी हुई दिखती है।
सिरदर्द और उल्टी – कुछ मामलों में सिरदर्द और मतली भी होती है।
हाथ-पैरों की त्वचा का छीलना – बीमारी के कुछ दिनों बाद त्वचा छिलने लगती है।



स्कारलेट फीवर का निदान और उपचार -
निदान: डॉक्टर आमतौर पर गले की जांच और बैक्टीरियल कल्चर टेस्ट के माध्यम से इसका पता लगाते हैं।
उपचार:
एंटीबायोटिक्स – आमतौर पर एंटीबॉयोटिक्स दी जाती है, बुख़ार ज़्यादा होने पीरी बुख़ार कम करने की दवा दी जाती है पेनिसिलिन या अमोक्सिसिलिन दी जाती है। बिना डॉक्टर के परामर्श से दवा ना ले |
आराम और हाइड्रेशन – शरीर को आराम और पर्याप्त पानी की आवश्यकता होती है।
गर्म पानी से गरारा – गले के दर्द को कम करने में सहायक होता है।
बचाव के उपाय
✔️ संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखें।
✔️ हाथों की सफाई का विशेष ध्यान रखें।
✔️ व्यक्तिगत उपयोग की वस्तुएँ साझा न करें।
✔️ रोगी को पूरा आराम और उचित आहार दें।
स्कारलेट फीवर एक गंभीर संक्रमण हो सकता है, लेकिन सही समय पर इलाज से इसे रोका जा सकता है। बच्चों में यह अधिक आम है, इसलिए माता-पिता को लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।