अपने आप दवाई लेना :- स्वास्थ्य के लिए हानिकारक आदत

स्वास्थ्य हमारी सबसे बड़ी संपत्ति है, लेकिन कई बार हम इसे गंभीरता से नहीं लेते। बिना डॉक्टर की सलाह के दवाइयाँ लेना, जिसे स्व-चिकित्सा (Self Medication) कहते हैं, एक खतरनाक प्रवृत्ति बनती जा रही है। यह आदत छोटी-मोटी समस्याओं से लेकर गंभीर रोगों तक में नुकसान पहुँचा सकती है।
स्व-चिकित्सा (Self Medication) के खतरे -
गलत दवा का सेवन: कई बार लोग बिना पूरी जानकारी के दवा लेते हैं, जिससे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
साइड इफेक्ट्स और एलर्जी: कुछ दवाइयों के दुष्प्रभाव होते हैं, जो शरीर के लिए घातक साबित हो सकते हैं।
रोग प्रतिरोधक क्षमता पर प्रभाव: बार-बार बिना जरूरत एंटीबायोटिक्स लेने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो सकती है।
बीमारी का गलत इलाज: बिना जांच कर दवा लेने से रोग बढ़ सकता है और जटिलताएँ उत्पन्न हो सकती हैं।
आदत और लत: कुछ दवाइयों की आदत लग सकती है, जिससे मानसिक और शारीरिक निर्भरता बढ़ सकती है।
स्व-चिकित्सा से बचाव कैसे करें?
हमेशा किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए डॉक्टर की सलाह लें।
पुराने नुस्खों का उपयोग दोबारा न करें, जब तक डॉक्टर ना कहे।
फार्मासिस्ट या जानकार व्यक्ति से पूछे बिना कोई भी दवा न लें।
हेल्थ चेकअप कराएं और डॉक्टर से सही परामर्श प्राप्त करें।
ऑनलाइन उपलब्ध गलत और अपुष्ट स्वास्थ्य जानकारी पर भरोसा न करें।
स्व-चिकित्सा एक गंभीर समस्या है, जो कई बार जानलेवा भी हो सकती है। अपनी सेहत के साथ कोई भी समझौता न करें और हमेशा योग्य चिकित्सक से परामर्श लें। अपने स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहें और दूसरों को भी जागरूक करें।